भोपाल। भारी बारिश होने से राजधानी भोपाल के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं तो गांवों के हालात भी गंभीर हो गए हैं। भोपाल में होशंगाबाद रोड स्थित सिग्नेचर एस-9 कैम्पस में पानी भरने से रेस्क्यू करने की नौबत बन गई। यहां दो बीमार बच्चे घर में फंसे थे। सड़क पर पांच से छह फीट पानी भरा होने से परिजन बच्चों को हॉस्पिटल नहीं ले जा पा रहे थे। नगर निगम की फायर ब्रिगेड के जरिए बच्चों को बाहर निकाला और हॉस्पिटल ले जाया गया। इधर, आसपास के कई गांवों में लोग घरों में कैद हो गए हैं।
कुछ गांव तो टापू बने हुए हैं। दामखेड़ा की निचली बस्तियों में भी पानी भर गया। इससे 20 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट करना पड़ा। यहां दो साल पहले बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। समर्दा टोला में 50 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट करने की नौबत बन गई।
दामखेड़ा-समर्दा टोला में पानी भराया
कलियासोत डैम के गेट खुलने और नदी में तेजी से बहते पानी की वजह से दामखेड़ा की निचली बस्ती एवं समर्दा टोला के घरों में पानी भर गया। इसके चलते दामखेड़ा में नदी किनारे झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे 20 परिवारों को शासकीय स्कूल में रुकवाया गया। नगर निगम ने भोजन की व्यवस्था की। समर्दा टोला में नदी का पानी बढ़ जाने के कारण निचली बस्तियों में पानी भरने से लगभग 50 परिवारों को नजदीक के शासकीय स्कूल में रुकवाया गया है।
बैरसिया में 12 साल की बच्ची का बोट से रेस्क्यू
बैरसिया तहसील के ग्राम हिंगोनी में बीमार 12 वर्षीय लक्ष्मी पिता इंदर सिंह यादव का बोट से रेस्क्यू किया गया। लक्ष्मी का घर का रास्ता पानी की वजह से बंद हो गया था। इससे वह फंस गई थी। उसे बाहर निकाला गया और फिर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
फायर ऑफिसर पंकज खरे ने बताया, बीमार बच्चों को छह फिट गहरे जलभराव क्षेत्र सिग्नेचर एस-9 समरधा होशंगाबाद रोड से फायर ब्रिगेड के जरिए हॉस्पिटल पहुंचा गया। करीब 200 मीटर सड़क पर पानी था। इस कारण एम्बुलेंस भी नहीं पहुंच पा रही थी। बीमार बच्चों को हॉस्पिटल ले जाना जरूरी था। इसलिए फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। ड्राइवर नीलेंद्र यादव ने जलमग्न सड़क पर सुरक्षित तरीके से गाड़ी चलाई।
कई इलाकों में जलभराव
शहर में रविवार शाम से बारिश जारी है। इस कारण कोलार के अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए। ललिता नगर, नयापुरा की सड़कों से तो एक फीट तक पानी बह रहा है। मेन रोड पर भी जलभराव है। मंदाकिनी की कई गलियां जलमग्न हो गई हैं। अशोका गार्डन, छोला, हमीदिया रोड, करोंद, शिवनगर, बाग मुगालिया, बाग सेवनिया, बावड़ियाकलां, आनंद नगर, इंद्रपुरी, सुभाष नगर, बाणगंगा, बैरागड़, नीलबड़, रातीबड़ आदि इलाकों में भी ऐसे ही हालात है।
राजधानी में हो रही जोरदार बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर है। कई गांव का संबंध भोपाल शहर से कट गया है। पड़रिया जाट, जमुनिया, अमझरा और समरधा गांव शहर से कट गए हैं। इससे ग्रामीण बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
शहर से गांव तक हालात ठीक नहीं
शहर से गांव तक हालात ठीक नहीं है। रतनपुर सड़क में पानी भर गया। नरेला हनुमंत प्राथमिक शाला के कमरों में पानी भरा। बैरसिया ब्लॉक के डुंगरिया गांव में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। ट्रांसफार्मर पानी में डूबा और बिजली सप्लाई बंद हो गई है। स्कूल, आंगनवाड़ी और श्मशान जाने वाले रास्ते पर तीन फीट तक पानी भरा है। घंटों से बिजली भी बंद है।
भोपाल। भारी बारिश होने से राजधानी भोपाल के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं तो गांवों के हालात भी गंभीर हो गए हैं। भोपाल में होशंगाबाद रोड स्थित सिग्नेचर एस-9 कैम्पस में पानी भरने से रेस्क्यू करने की नौबत बन गई। यहां दो बीमार बच्चे घर में फंसे थे। सड़क पर पांच से छह फीट पानी भरा होने से परिजन बच्चों को हॉस्पिटल नहीं ले जा पा रहे थे। नगर निगम की फायर ब्रिगेड के जरिए बच्चों को बाहर निकाला और हॉस्पिटल ले जाया गया। इधर, आसपास के कई गांवों में लोग घरों में कैद हो गए हैं।
कुछ गांव तो टापू बने हुए हैं। दामखेड़ा की निचली बस्तियों में भी पानी भर गया। इससे 20 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट करना पड़ा। यहां दो साल पहले बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। समर्दा टोला में 50 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट करने की नौबत बन गई।
दामखेड़ा-समर्दा टोला में पानी भराया
कलियासोत डैम के गेट खुलने और नदी में तेजी से बहते पानी की वजह से दामखेड़ा की निचली बस्ती एवं समर्दा टोला के घरों में पानी भर गया। इसके चलते दामखेड़ा में नदी किनारे झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे 20 परिवारों को शासकीय स्कूल में रुकवाया गया। नगर निगम ने भोजन की व्यवस्था की। समर्दा टोला में नदी का पानी बढ़ जाने के कारण निचली बस्तियों में पानी भरने से लगभग 50 परिवारों को नजदीक के शासकीय स्कूल में रुकवाया गया है।
बैरसिया में 12 साल की बच्ची का बोट से रेस्क्यू
बैरसिया तहसील के ग्राम हिंगोनी में बीमार 12 वर्षीय लक्ष्मी पिता इंदर सिंह यादव का बोट से रेस्क्यू किया गया। लक्ष्मी का घर का रास्ता पानी की वजह से बंद हो गया था। इससे वह फंस गई थी। उसे बाहर निकाला गया और फिर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
फायर ऑफिसर पंकज खरे ने बताया, बीमार बच्चों को छह फिट गहरे जलभराव क्षेत्र सिग्नेचर एस-9 समरधा होशंगाबाद रोड से फायर ब्रिगेड के जरिए हॉस्पिटल पहुंचा गया। करीब 200 मीटर सड़क पर पानी था। इस कारण एम्बुलेंस भी नहीं पहुंच पा रही थी। बीमार बच्चों को हॉस्पिटल ले जाना जरूरी था। इसलिए फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। ड्राइवर नीलेंद्र यादव ने जलमग्न सड़क पर सुरक्षित तरीके से गाड़ी चलाई।
कई इलाकों में जलभराव
शहर में रविवार शाम से बारिश जारी है। इस कारण कोलार के अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए। ललिता नगर, नयापुरा की सड़कों से तो एक फीट तक पानी बह रहा है। मेन रोड पर भी जलभराव है। मंदाकिनी की कई गलियां जलमग्न हो गई हैं। अशोका गार्डन, छोला, हमीदिया रोड, करोंद, शिवनगर, बाग मुगालिया, बाग सेवनिया, बावड़ियाकलां, आनंद नगर, इंद्रपुरी, सुभाष नगर, बाणगंगा, बैरागड़, नीलबड़, रातीबड़ आदि इलाकों में भी ऐसे ही हालात है।
राजधानी में हो रही जोरदार बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर है। कई गांव का संबंध भोपाल शहर से कट गया है। पड़रिया जाट, जमुनिया, अमझरा और समरधा गांव शहर से कट गए हैं। इससे ग्रामीण बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
शहर से गांव तक हालात ठीक नहीं
शहर से गांव तक हालात ठीक नहीं है। रतनपुर सड़क में पानी भर गया। नरेला हनुमंत प्राथमिक शाला के कमरों में पानी भरा। बैरसिया ब्लॉक के डुंगरिया गांव में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। ट्रांसफार्मर पानी में डूबा और बिजली सप्लाई बंद हो गई है। स्कूल, आंगनवाड़ी और श्मशान जाने वाले रास्ते पर तीन फीट तक पानी भरा है। घंटों से बिजली भी बंद है।
भोपाल। जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मंत्रालय स्थित सिचुएशन रूम में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ प्रदेश के बांधों में जल भराव की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिनार पार्क में करुणाधाम आश्रम के पितृ-पुरुष बड़े गुरुदेव बाल गोविंद शांडिल्य महाराज के 37वें पुण्य-स्मरण पर शमी के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री चौहान ने पौध-रोपण से पहले बाल गोविंद शांडिल्य महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सिकलसेल एनीमिया से पीड़ित बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाये। ऐसे बच्चों को अच्छा और सकारात्मक वातावरण दिया जाये। इनके माता-पिता आवश्यक रूप से अपनी जाँच करवायें।
भोपाल। बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का लोगों को संदेश देने के उद्देश्य से उपनगर कोलार में आशीर्वाद कालोनी के निवासी अंचल गुप्ता ने अनूठी पहल की है। वह लोगों को अपनी बेटी अनोखी की पहली वर्षगांठ पर 01 लाख 1000 पानी पुरी मुफ्त खिला रहे हैं।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आँगनवाड़ी केन्द्रों के उन्नयन और बच्चों के पोषण में जन-सहयोग की संकल्पना को साकार करने के लिये "एडॉप्ट एन आँगनवाड़ी" नवाचार प्रारंभ किया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मातृभूमि के लिए फना हो जाने वाले जवान देश का गौरव हैं। उन्होंने कहा कि सेना माँ भारती की ढाल बन कर जिन कठिन परिस्थितियों में सीमाओं की रक्षा और सेवा करती हैं।
भोपाल। भारी बारिश होने से राजधानी भोपाल के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं तो गांवों के हालात भी गंभीर हो गए हैं। भोपाल में होशंगाबाद रोड स्थित सिग्नेचर एस-9 कैम्पस में पानी भरने से रेस्क्यू करने की नौबत बन गई।
भोपाल। सिंगरौली के अटल सामुदायिक भवन बिलौजी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिंगरौली को आदर्श जिला बनाया जायेगा।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को पूरी तरह से रोका जायेगा। वैध उत्खनन और परिवहन करने वाले ठेकेदारों को राज्य शासन संरक्षण देगा।