मैथीदाना और अजवाइन आम तौर पर रसोई में प्रयोग किए जाने वाले मसाले हैं, लेकिन इनसे होने वाले स्वास्थ्य लाभ भी कुछ कम नहीं है। अगर इन दोनों के साथ काली जीरी को भी मिला दिया जाए, तो यह मिश्रण सोने पर सुहागे की तरह कम करता है। मैथीदाना और अजवाइन के गुणों का लाभ उठाने के लिए इनकी मात्रा का अनुपात सही होना बेहद अवश्यक है, ताकि इससे होने वाले स्वास्थ्यवर्धक लाभ में कोई कमी न हो। मैथीदाना, अजवाइन और काली जीरी को लगभग 250 ग्राम, 100 ग्राम और 50 ग्राम के अनुपात में मिलाकर, हल्का-सा सेक लें और फिर चूर्ण बना लें।
इस चूर्ण को प्रतिदिन रात को सोते समय गर्म पानी के साथ लेने से आपकी कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं। यही नहीं इसके कई और भी फायदे हैं, जो आपको पूरी तरह से स्वस्थ रखने में सहायक सिद्ध होते हैं। आइए जानते हैं इसके लाभ –
दवा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
250 ग्राम मैथीदाना
100 ग्राम अजवाइन
50 ग्राम काली जीरी
औषिधि तैयार करने का तरीका
उपरोक्त तीनो चीजों को साफ-सुथरा करके हल्का-हल्का सेंकना (ज्यादा सेंकना नहीं) तीनों को अच्छी तरह मिक्स करके मिक्सर में पावडर बनाकर कांच की शीशी या बरनी में भर लेवें।
सेवन करने का तरीका
रात्रि को सोते समय एक चम्मच पावडर एक गिलास पूरा कुन-कुना पानी के साथ लेना है। गरम पानी के साथ ही लेना अत्यंत आवश्यक है लेने के बाद कुछ भी खाना पीना नहीं है। यह चूर्ण सभी उम्र के व्यक्ति ले सकतें है। चूर्ण रोज-रोज लेने से शरीर के कोने-कोने में जमा पडी गंदगी (कचरा) मल और पेशाब द्वारा बाहर निकल जाएगी । पूरा फायदा तो 80-90 दिन में महसूस करेगें, जब फालतू चरबी गल जाएगी, नया शुद्ध खून का संचार होगा । चमड़ी की झुर्रिया अपने आप दूर हो जाएगी। शरीर तेजस्वी, स्फूर्तिवाला व सुंदर बन जायेगा ।
इन असाध्य 18 रोगों में फायदेमंद है
गठिया दूर होगा और गठिया जैसा जिद्दी रोग दूर हो जायेगा।
हड्डियाँ मजबूत होगी।
आँखों रौशनी बढ़ेगी।
बालों का विकास होगा।
पुरानी कब्जियत से हमेशा के लिए मुक्ति।
शरीर में खुन दौड़ने लगेगा।
कफ से मुक्ति।
हृदय की कार्य क्षमता बढ़ेगी।
थकान नहीं रहेगी, घोड़े की तहर दौड़ते जाएगें।
स्मरण शक्ति बढ़ेगी।
स्त्री का शारीर शादी के बाद बेडोल की जगह सुंदर बनेगा।
कान का बहरापन दूर होगा।
भूतकाल में जो एलापेथी दवा का साईड इफेक्ट से मुक्त होगें।
खून में सफाई और शुद्धता बढ़ेगी।
शरीर की सभी खून की नलिकाए शुद्ध हो जाएगी।
दांत मजबूत बनेगा, इनेमल जींवत रहेगा।
नपुसंकता दूर होगी।
डायबिटिज काबू में रहेगी, डायबिटीज की जो दवा लेते है वह चालू रखना है। इस चूर्ण का असर दो माह लेने के बाद से दिखने लगेगा । जिंदगी निरोग, आनंददायक, चिंता रहित स्फूर्ति दायक और आयुष्ययवर्धक बनेगी । जीवन जीने योग्य बनेगा।
मैथीदाना और अजवाइन आम तौर पर रसोई में प्रयोग किए जाने वाले मसाले हैं, लेकिन इनसे होने वाले स्वास्थ्य लाभ भी कुछ कम नहीं है। अगर इन दोनों के साथ काली जीरी को भी मिला दिया जाए, तो यह मिश्रण सोने पर सुहागे की तरह कम करता है। मैथीदाना और अजवाइन के गुणों का लाभ उठाने के लिए इनकी मात्रा का अनुपात सही होना बेहद अवश्यक है, ताकि इससे होने वाले स्वास्थ्यवर्धक लाभ में कोई कमी न हो। मैथीदाना, अजवाइन और काली जीरी को लगभग 250 ग्राम, 100 ग्राम और 50 ग्राम के अनुपात में मिलाकर, हल्का-सा सेक लें और फिर चूर्ण बना लें।
इस चूर्ण को प्रतिदिन रात को सोते समय गर्म पानी के साथ लेने से आपकी कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं। यही नहीं इसके कई और भी फायदे हैं, जो आपको पूरी तरह से स्वस्थ रखने में सहायक सिद्ध होते हैं। आइए जानते हैं इसके लाभ –
दवा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
250 ग्राम मैथीदाना
100 ग्राम अजवाइन
50 ग्राम काली जीरी
औषिधि तैयार करने का तरीका
उपरोक्त तीनो चीजों को साफ-सुथरा करके हल्का-हल्का सेंकना (ज्यादा सेंकना नहीं) तीनों को अच्छी तरह मिक्स करके मिक्सर में पावडर बनाकर कांच की शीशी या बरनी में भर लेवें।
सेवन करने का तरीका
रात्रि को सोते समय एक चम्मच पावडर एक गिलास पूरा कुन-कुना पानी के साथ लेना है। गरम पानी के साथ ही लेना अत्यंत आवश्यक है लेने के बाद कुछ भी खाना पीना नहीं है। यह चूर्ण सभी उम्र के व्यक्ति ले सकतें है। चूर्ण रोज-रोज लेने से शरीर के कोने-कोने में जमा पडी गंदगी (कचरा) मल और पेशाब द्वारा बाहर निकल जाएगी । पूरा फायदा तो 80-90 दिन में महसूस करेगें, जब फालतू चरबी गल जाएगी, नया शुद्ध खून का संचार होगा । चमड़ी की झुर्रिया अपने आप दूर हो जाएगी। शरीर तेजस्वी, स्फूर्तिवाला व सुंदर बन जायेगा ।
इन असाध्य 18 रोगों में फायदेमंद है
गठिया दूर होगा और गठिया जैसा जिद्दी रोग दूर हो जायेगा।
हड्डियाँ मजबूत होगी।
आँखों रौशनी बढ़ेगी।
बालों का विकास होगा।
पुरानी कब्जियत से हमेशा के लिए मुक्ति।
शरीर में खुन दौड़ने लगेगा।
कफ से मुक्ति।
हृदय की कार्य क्षमता बढ़ेगी।
थकान नहीं रहेगी, घोड़े की तहर दौड़ते जाएगें।
स्मरण शक्ति बढ़ेगी।
स्त्री का शारीर शादी के बाद बेडोल की जगह सुंदर बनेगा।
कान का बहरापन दूर होगा।
भूतकाल में जो एलापेथी दवा का साईड इफेक्ट से मुक्त होगें।
खून में सफाई और शुद्धता बढ़ेगी।
शरीर की सभी खून की नलिकाए शुद्ध हो जाएगी।
दांत मजबूत बनेगा, इनेमल जींवत रहेगा।
नपुसंकता दूर होगी।
डायबिटिज काबू में रहेगी, डायबिटीज की जो दवा लेते है वह चालू रखना है। इस चूर्ण का असर दो माह लेने के बाद से दिखने लगेगा । जिंदगी निरोग, आनंददायक, चिंता रहित स्फूर्ति दायक और आयुष्ययवर्धक बनेगी । जीवन जीने योग्य बनेगा।
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमे खान पान से सम्बंधित कई चीज़ो में परहेज़ की सलाह दे दी जाती है लेकिन ऐसे में कुछ मसाले है जिन्हे डायबिटीज के मरीज अपने दिनचर्या में शामिल कर रक्त में शुगर की मात्रा को कण्ट्रोल कर सकते है।
बारिश के मौसम में अक्सर कई बीमारियां घेर लेती हैं. इनसे बचने के प्रयास हर कोई करता है. घर में भी बीमारियों से बेचने के इंतजाम किए जाते हैं. लेकिन, फिर भी आम बीमारियों के साथ मौसमी बीमारी का सामना करना ही पड़ता है.
आपकी सेहत के लिए सर्दियों में पालक का सेवन किसी वरदान से कम नहीं है. जानते हैं पालक की खूबियों के बारे म अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक प्रमुख पोषक तत्वों को पालक के सेवन से प्राप्त किया जा सकता है.
मैथीदाना और अजवाइन आम तौर पर रसोई में प्रयोग किए जाने वाले मसाले हैं, लेकिन इनसे होने वाले स्वास्थ्य लाभ भी कुछ कम नहीं है। अगर इन दोनों के साथ काली जीरी को भी मिला दिया जाए, तो यह मिश्रण सोने पर सुहागे की तरह कम करता है।
आमतौर पर लोग गर्म पानी पीना कम ही पसंद करते हैं, लेकिन इसके फायदे जानने के बाद शायद ही वो पानी पीने के लिए इनकार करें। क्योंकि गर्म पानी पीने से सेहत पर काफी असर पड़ता है और यह बेहद फायदेमंद होता है। मोटापे के लिए तो काफी फायदेमंद साबित होता है।
भारतीय रसोई में ऐसे कई मसाले पाए जाते है जिनका यदि सही इस्तेमाल किया जाए तो बीमारिया हमें छू भी नहीं सकती और हम स्वास्थय रह सकते है।
आपके किचन में कई तरह के मसाले पाये जाते है जो स्वास्थय की दृष्टि से भी लाभदायक है इनमे से एक है मेथी दाना। जी हाँ , मेथी दाना मेथी दाना न केवल हमारे भोजन में स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
सर्दियों में गाजर खाने से मिलते है ढेर सारे स्वास्थय लाभ. जैसा की आप जानते है कि गाजर कंद प्रजाति की एक सब्जी है. गाजर विटामिन बी का अच्छा सोर्स है. इसके अलावा, इसमें ए, सी, डी, के, बी-1 और बी-6 काफी क्वॉन्टिटी में पाया जाता है. इसमें नैचरल शुगर पाया जाता है,
जोड़ो में दर्द की समस्या अक्सर समय के साथ बढ़ती ही जाती है और समय रहते इसका इलाज करवाना अति आवश्यक होता है आम तौर पर लोग इसका सही से देखभाल नहीं करते हैं, पर सही देखरेख में इसका इलाज संभव है.