डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमे खान पान से सम्बंधित कई चीज़ो में परहेज़ की सलाह दे दी जाती है लेकिन ऐसे में कुछ मसाले है जिन्हे डायबिटीज के मरीज अपने दिनचर्या में शामिल कर रक्त में शुगर की मात्रा को कण्ट्रोल कर सकते है। आज हम आपके साथ ऐसे ही कुछ फायदेमंद मासलो के बारे में शेयर करने जा रहे है तो देर किस बात की है.
हरी मिर्च:
प्रतिदिन भोजन के साथ दो तीन ताजी हरी मिर्च कच्ची सेवन करने से मधुमेह रोग में अच्छा लाभ होता है. हरी मिर्च विटामिन सी का अच्छा स्रोत होने के साथ-साथ पाचक ग्रंथियों के लिए भी उत्तेजक है एवं कब्ज को दूर करती है. उल्लेखनीय है कि मधुमेह रोगी को कब्ज और अपच की शिकायत आम होती है.
लौंग:
इस मसाले में दालचीनी के मुकाबले कई गुना अधिक पौलफिनौल होता है. लेकिन यह उतनी अधिक मात्रा में नहीं खाया जा सकता जितना आप दालचीनी को खा सकते हैं. इसलिये यह मसाला दूसरे स्थान पर आता है.
दालचीनी:
यह मसाला डायबिटीज को कंट्रोल करने में सबसे अधिक कारगर है क्योंकि यह शरीर में रक्त शर्करा को भी नियंत्रण में रखता है. रिसर्च बताती है कि दालचीनी,शरीर की सूजन को कम करता है तथा इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करता है. इसको आप खाने,चाय या फिर गरम पानी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिक्स कर पिएं.
लहसुन:
इसे खाने से दिल की बीमारी दूर रहेगी और ब्लड प्रेशर हमेशा कंट्रोल में रहेगा. इसलिये लहसुन का सेवन मधुमेह रोगी के लिये आवश्यक बनाता है. यह हार्ट पंप को मजबूत बनाएगा और ब्लड सर्कुलेशन भी नार्मल करेगा.
हल्दी:
मधुमेह रोगी यदि प्रतिदिन आधा चम्मच हल्दी का सेवन करे तो फायदा होगा. हल्दी एक उत्तम जैव प्रतिरोधी मसाले के रूप में विख्यात है. इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. घाव या चोट पकने नहीं पाता,किसी कारण से लगी अंदरूनी मार भी शीघ्र ठीक हो जाती है.
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमे खान पान से सम्बंधित कई चीज़ो में परहेज़ की सलाह दे दी जाती है लेकिन ऐसे में कुछ मसाले है जिन्हे डायबिटीज के मरीज अपने दिनचर्या में शामिल कर रक्त में शुगर की मात्रा को कण्ट्रोल कर सकते है। आज हम आपके साथ ऐसे ही कुछ फायदेमंद मासलो के बारे में शेयर करने जा रहे है तो देर किस बात की है.
हरी मिर्च:
प्रतिदिन भोजन के साथ दो तीन ताजी हरी मिर्च कच्ची सेवन करने से मधुमेह रोग में अच्छा लाभ होता है. हरी मिर्च विटामिन सी का अच्छा स्रोत होने के साथ-साथ पाचक ग्रंथियों के लिए भी उत्तेजक है एवं कब्ज को दूर करती है. उल्लेखनीय है कि मधुमेह रोगी को कब्ज और अपच की शिकायत आम होती है.
लौंग:
इस मसाले में दालचीनी के मुकाबले कई गुना अधिक पौलफिनौल होता है. लेकिन यह उतनी अधिक मात्रा में नहीं खाया जा सकता जितना आप दालचीनी को खा सकते हैं. इसलिये यह मसाला दूसरे स्थान पर आता है.
दालचीनी:
यह मसाला डायबिटीज को कंट्रोल करने में सबसे अधिक कारगर है क्योंकि यह शरीर में रक्त शर्करा को भी नियंत्रण में रखता है. रिसर्च बताती है कि दालचीनी,शरीर की सूजन को कम करता है तथा इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करता है. इसको आप खाने,चाय या फिर गरम पानी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिक्स कर पिएं.
लहसुन:
इसे खाने से दिल की बीमारी दूर रहेगी और ब्लड प्रेशर हमेशा कंट्रोल में रहेगा. इसलिये लहसुन का सेवन मधुमेह रोगी के लिये आवश्यक बनाता है. यह हार्ट पंप को मजबूत बनाएगा और ब्लड सर्कुलेशन भी नार्मल करेगा.
हल्दी:
मधुमेह रोगी यदि प्रतिदिन आधा चम्मच हल्दी का सेवन करे तो फायदा होगा. हल्दी एक उत्तम जैव प्रतिरोधी मसाले के रूप में विख्यात है. इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. घाव या चोट पकने नहीं पाता,किसी कारण से लगी अंदरूनी मार भी शीघ्र ठीक हो जाती है.
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमे खान पान से सम्बंधित कई चीज़ो में परहेज़ की सलाह दे दी जाती है लेकिन ऐसे में कुछ मसाले है जिन्हे डायबिटीज के मरीज अपने दिनचर्या में शामिल कर रक्त में शुगर की मात्रा को कण्ट्रोल कर सकते है।
बारिश के मौसम में अक्सर कई बीमारियां घेर लेती हैं. इनसे बचने के प्रयास हर कोई करता है. घर में भी बीमारियों से बेचने के इंतजाम किए जाते हैं. लेकिन, फिर भी आम बीमारियों के साथ मौसमी बीमारी का सामना करना ही पड़ता है.
आपकी सेहत के लिए सर्दियों में पालक का सेवन किसी वरदान से कम नहीं है. जानते हैं पालक की खूबियों के बारे म अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक प्रमुख पोषक तत्वों को पालक के सेवन से प्राप्त किया जा सकता है.
मैथीदाना और अजवाइन आम तौर पर रसोई में प्रयोग किए जाने वाले मसाले हैं, लेकिन इनसे होने वाले स्वास्थ्य लाभ भी कुछ कम नहीं है। अगर इन दोनों के साथ काली जीरी को भी मिला दिया जाए, तो यह मिश्रण सोने पर सुहागे की तरह कम करता है।
आमतौर पर लोग गर्म पानी पीना कम ही पसंद करते हैं, लेकिन इसके फायदे जानने के बाद शायद ही वो पानी पीने के लिए इनकार करें। क्योंकि गर्म पानी पीने से सेहत पर काफी असर पड़ता है और यह बेहद फायदेमंद होता है। मोटापे के लिए तो काफी फायदेमंद साबित होता है।
भारतीय रसोई में ऐसे कई मसाले पाए जाते है जिनका यदि सही इस्तेमाल किया जाए तो बीमारिया हमें छू भी नहीं सकती और हम स्वास्थय रह सकते है।
आपके किचन में कई तरह के मसाले पाये जाते है जो स्वास्थय की दृष्टि से भी लाभदायक है इनमे से एक है मेथी दाना। जी हाँ , मेथी दाना मेथी दाना न केवल हमारे भोजन में स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
सर्दियों में गाजर खाने से मिलते है ढेर सारे स्वास्थय लाभ. जैसा की आप जानते है कि गाजर कंद प्रजाति की एक सब्जी है. गाजर विटामिन बी का अच्छा सोर्स है. इसके अलावा, इसमें ए, सी, डी, के, बी-1 और बी-6 काफी क्वॉन्टिटी में पाया जाता है. इसमें नैचरल शुगर पाया जाता है,
जोड़ो में दर्द की समस्या अक्सर समय के साथ बढ़ती ही जाती है और समय रहते इसका इलाज करवाना अति आवश्यक होता है आम तौर पर लोग इसका सही से देखभाल नहीं करते हैं, पर सही देखरेख में इसका इलाज संभव है.